बुखार में यह पांच फल जरूर खाएं
जब आप बुखार से जूझ रहे होते हैं, तब शरीर को हाइड्रेशन, विटामिन और प्राकृतिक उपचार की ज़रूरत होती है। भारी भोजन के बजाय हल्के और पचने में आसान फल रिकवरी को तेज करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसे फल जिन्हें आयुर्वेद भी बुखार के दौरान खाने की सलाह देता है।
ये फल केवल हेल्दी स्नैक्स नहीं हैं, बल्कि बुखार के दौरान प्राकृतिक दवा की तरह काम करते हैं। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें और फर्क खुद महसूस करें।

1. सेब – ऊर्जा और हाइड्रेशन के लिए
फायदे:
- फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
- सूजन को कम करने में सहायक
- शरीर को हाइड्रेटेड और ऊर्जावान रखता है
कैसे खाएं:
सेब को छीलकर स्लाइस में काट लें। यदि शरीर में कमजोरी या ठंड लग रही हो तो हल्का भाप में पकाकर खा सकते हैं। नमक या चीनी न डालें।
2. पपीता – पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए
फायदे:
- पपेन एंजाइम से पाचन बेहतर होता है
- विटामिन C से भरपूर
- शरीर का तापमान नियंत्रित करने में मदद करता है
कैसे खाएं:
पका हुआ पपीता छोटे टुकड़ों में खाएं या मैश करके प्यूरी बना लें। कच्चे पपीते से परहेज करें।
3. अनार – खून की कमी दूर करने के लिए
फायदे:
- आयरन और एंटीऑक्सिडेंट्स का अच्छा स्रोत
- कमजोरी और थकान से राहत
- बेहतर रक्त संचार में सहायक
कैसे खाएं:
ताजा अनार का रस (बिना चीनी मिलाए) पी सकते हैं या सीधे बीज खा सकते हैं।
4. केला – ऊर्जा और इलेक्ट्रोलाइट्स के लिए
फायदे:
- पोटैशियम से भरपूर
- आसानी से पचने वाला फल
- ऊर्जा को स्थिर बनाए रखता है
कैसे खाएं:
1 केले को मैश करें और उसमें थोड़ा शहद मिला लें। यह बुखार के दौरान हल्के नाश्ते के रूप में अच्छा विकल्प है।
5. मौसंबी – विटामिन C और हाइड्रेशन के लिए
फायदे:
- शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन देता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है
- शरीर को क्षारीय बनाए रखता है
कैसे खाएं:
ताजा मौसंबी का रस (बिना चीनी और बर्फ के) पिएं। सुबह या शाम को लेना बेहतर होता है।
अंतिम सुझाव
- फलों को फ्रिज से निकालकर तुरंत न खाएं
- अच्छे से धोकर खाएं
- एक बार में बहुत सारे फल न मिलाएं
- लंबे समय तक या अधिक तेज बुखार में डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें
स्रोत / References:
- राष्ट्रीय पोषण संस्थान (भारत) – आहार संबंधी दिशानिर्देश
- आयुष मंत्रालय – घरेलू उपचार व आहार गाइडलाइंस
- NCBI – पपीते के पोषण और चिकित्सकीय लाभ
- WHO – बीमारी के दौरान पोषण संबंधी देखभाल